• 21 November 2024 15:08

बीएसएनएल (BSNL) 31 मार्च 2024 तक देश के सभी घरों, सरकारी और गैरसरकारी दफ्तरों के संचार माध्यम को लेकर बड़ा बदलाव करने जा रही है। साल 2024 के अंत तक भारत संचार निगम लिमिटेड देश के सभी लैंडलाइन को ब्रॉडबैंड कनेक्शन में बदल देगी।

 

 

नए साल के मार्च महीने में शहर से गांव तक लैंडलाइन नंबर के लिए ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। इसके बाद गांव-देहात के स्कूल-कॉलेजों, अस्पतालों, पंचायत भवनों और सभी सरकारी संस्थानों में 100 से 250 रुपए के मासिक रेंट पर इंटरनेट सेवा शुरू कर दी जाएगी। खास बात यह है कि इससे उपभोक्ताओं को पुराने नंबर पर ही कॉलिंग के साथ इंटरनेट की भी सुविधा मिलेगी।

 

 

 

बीएसएनएल गांवों में फाइबर केबल के माध्यम से ब्रॉडबैंड कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं से हर महीने 100 से 250 रुपए शुल्क वसूलेगी। इसमें इंटरनेट और कॉलिंग सुविधा फ्री होगा।

 

 

बीएसएनएल इसी तरह की सेवा दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, पटना, रायपुर, इंदौर, भोपाल, जयपुर और चंडीगढ़ जैसे देश के अन्य शहरों में भी शुरू करेगी। बीएसएनएल इसके एवज में हर महीने उपभोक्ताओं से 250 से 500 रुपए चार्ज करेगी। बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड में लगभग 100 एमबीपीएस स्पीड मिलेगी।

 

 

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बेसिक टेलीफोन के बदले एफटीएफ फाइबर कनेक्शन

 

बीएसएनएल ने साल 2024 के शुरुआत से बेसिक टेलीफोन के बदले एफटीएफ फाइबर कनेक्शन देने का प्लान तैयार किया है। बीएसएनएल मार्च 2024 तक ही देश के सभी राज्यों में लैंडलाइन को ब्रॉडबैंड कनेक्शन में बदलने का टारगेट रखा है, लेकिन कुछ राज्यों की भौगोलिक स्थिति और अन्य तरह की समस्या के चलते साल 2024 तक यह काम पूरा करने टारगेट तैयार किया गया है।

 

 

बीएसएनएल का यह है बड़ा प्लान

गुजरात में तैनात बीएसएनएल के भुज रेंज के जीएम मनोज कुमार कहते हैं, “सभी लैंडलाइन नंबर अभी तक कॉपर लाइन से दिए जा रहे थे। बीएसएनएल इसको अब ब्रॉडबैंड में बदल रहा है।

 

 

31 मार्च 2024 तक देश के सभी हिस्सों को फाइबर नेटवर्क से जोर दिया जाएगा। इसके बाद गांवों में इंटरनेट क्रांति आ जाएगी क्योंकि इस तकनीक में आप एक फाइबर से दूसरे फाइबर को जोड़कर कनेक्शन बन जाता है।

 

 

पूरे देश में बीबीएनएल यानी भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड ने फाइबर नेटवर्क का जाल बिछा दिया है। देश के हर ग्राम पंचायत में फाइबर पहुंच गया है। देश में 3 लाख करोड़ का यह प्रोजेक्ट था, जिसका काम पूरा हो चुका है।”

 

 

 

सेना की सिग्नल रेजीमेंट के जवानों ने भारत संचार निगम लिमिटेड के कर्मियों की मदद से लगाया है।

 

ऑनलाइन इलाज और छात्रों की पढ़ाई हो जाएगी आसान

 

मनोज कुमार आग कहे कहते हैं, ‘एलपीजी गैस कनेक्शन की तरह फाइबर का भी कनेक्शन ग्राम पंचायत तक पहुंच गया है। अब काम शुरू हो गया है घर-घर कनेक्शन पहुंचाने का।

 

स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और पंचायत भवनों में फाइबर कनेक्शन देना अनिवार्य है। इसके साथ ही मुखिया, सरपंच और वार्ड के सदस्यों के घरों में भी इंटरनेट का कनेक्शन दिया जा रहा है।

 

हमारे एरिया में 2000 स्कूल फाइबर से जोड़े जा रहे हैं। मार्च 2024 के बाद आप गांव के लोग भी 100 से 150 रुपये महीने पर मोबाइल पर मुफ्त कॉलिंग और फ्री इंटरनेट का लाभ उठाने लगेंगे।’

 

 

 

साल 2024 के आखिर तक गांव, शहर, सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में इंटनेट का जाल बिछाने का पूरा प्लान तैयार हो गया है। खास बात यह है कि इसमें पुराने नंबर नहीं बदले जाएंगे, सिर्फ माध्यम बदल दिए जाएंगे।

 

 

फाइबर कनेक्शन हो जाने के बाद इंटरनेट की स्पीड हाई हो जाएगी और गावों में इलाज, पढ़ाई और अन्य तरह के काम करने में भी आसानी हो जाएगी।

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