ऑफिस का माहौल अच्छा न हो, तो वहां काम करना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है। ऑफिस का माहौल तय करने में आपके कलीग्स और बॉस का बहुत बड़ा रोल होता है। एक पल के लिए चापलूस, बत्तमीज कलीग्स को फिर भी झेला जा सकता है, लेकिन अगर बॉस टॉक्सिक हो, तो उस कंपनी में एक-एक पल गुजारना टास्क होता है।
इस तरह के बॉस आपको डे टू डे ही परेशान नहीं करते, बल्कि आपके करियर में भी बाधा बनते हैं। उनके आसपास रहने से नेगेटिविटी फील होती रहती है। इन्हें राई का पहाड़ बनाने की आदत होती है, तो अगर आपका बॉस भी है इस कदर टॉक्सिक, तो बेहद जरूरी है उससे निपटने के तरीकों को जानना। जिससे जब तक आप उस कंपनी में हैं शांति से रह सकें।
लिमिट सेट करें
अगर आपके बॉस की हर बात में आपको परेशान करने की आदत है, तो उनके साथ बहुत समझदारी से डील करना होगा। ऑफिस में काम करने से लेकर आने-जाने हर एक चीज़ के लिए अपनी सीमाएं तय करें।
हां, लेकिन कम्युनिकेशन गैप न होने दें, क्योंकि इससे परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है। अपने काम के प्रति ईमानदार रहें, जिससे उन्हें आप पर उंगली उठाने का मौका न मिले।
डांट को दिल पर न लेकर मौके की तरह देखें
अगर आपका बॉस आपके काम में बार-बार कोई न कोई गलती निकालकर डांटता रहता है, तो उसे दिल पर लेकर रिज़ाइन करने या कुछ नेगेटिव सोचने के बजाय उसमें अवसर की तलाश करें।
उनकी डांट बेबुनियाद है, तो जाने दें, लेकिन अगर वो आपको कुछ समझाने के लिए डांट रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। दूसरा की कई बार छोटी-मोटी डांट से आपको और अच्छा काम करने का मोटिवेशन भी मिलता है।
गॉसिप से दूर रहें
बेशक आपका बॉस अच्छा नहीं है। आपके किसी भी काम को एप्रीशिएट नहीं करता, लेकिन अगर आप ऑफिस में शांति से टिके रहना चाहते हैं, तो उनके बारे में किसी भी तरह की गॉसिप न करें। कई बार हम अंजाने में बॉस के लिए अपने कलीग्स से ऐसा बोल देते हैं, जो उन तक पहुंच जाती है और इससे सिचुएशन और ज्यादा बिगड़ जाती है।
कम्युनिकेशन क्लीयर रखें
अगर आपको फील हो रहा है कि बॉस किसी न किसी बहाने आपको टारगेट कर रहा है, तो थोड़ा हिम्मत करते हुए उससे इस बारे में बात करें। सीधी बात करने से कई बार चीज़ें क्लीयर हो जाती हैं। लेकिन हां, बात करते हुए सही शब्दों और टोन का ध्यान रखें। प्रोफेशनलिज्म न भूलें।